आपकी पहचान

दोस्तों दुनिया में बहुत से लोग है जो अपनी कामयाबी के दम पर   अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते है और इसके लिए उन्होंने बहुत  मेहनत भी की है  लेकिन  सवाल है?क्या उन्हें  कामयाबी सिर्फ मेहनत के दम पर मिली है  नहीं  क्यकि मेहनत भी तभी की जा सकती है जब आप अपने आप को अच्छे से जान जाओ जब आपको पता हो की आप किसी चीज को पाने के लिए किस हद्द तक जा सकते हो , इस दुनिया में आपको कोई नहीं जान सकता यहाँ तक की  पैदा करने वाले आपके माँ बाप भी आपको नहीं  पहचान सकते आपको खुद जानना होगा की आपके अंदर कितनी शक्तियाँ है। 

             आप कितना मेहनत कर सकते ये  भी आपके मन के विश्वाश पर टिका होता है  आप अपनी पहचान अपनी कामयाबी से नहीं अपने संघर्ष से पाते है संघर्ष जितना कठिन कामयाबी और पहचान उतनी शानदार होगी। आज हम दुसरो को जानने के लिए क्या कुछ नहीं करते  लेकिन  खुद को जान लेने के लिए कुछ नहीं करते और  वक्त  से बहुत  पीछे रहे जाते है ?समय के रहते हुए  आप अपने अंदर की  पहचान कर लीजिए की आप क्या है ? 
               जिस दिन इस सवाल का जवाब मिल जायगा आपको आपकी पहचान भी  मिल जाएगी आप जान जायेगे आपको क्या करना है आप  कामयाबी  के रस्ते खुद बनायगे आपके अंदर की आवाज आपको वो बनाएगी जो आप बनना चाहते है। 
                        जब आप ये जान जाएंगे की आपको क्या करना है आप अपने कर्यो को दृढ़ निश्चय और दिल से करेंगे साथ ही ऐसा काम जिसमे आपका ही नहीं दुसरो का भी भला  हो तो ऐसा  कार्य मात्र कार्य नहीं महान कार्य बन जाता  ऐसे में आपके काम की नहीं नाम की भी पहचान बनती है। 
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